शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में भारी फर्जीवाड़ा, धोखा करने वाले गुरूजी हुए बेनकाब...अब नौकरी भी जाएगी
बिहार अध्यापक नियुक्ति परीक्षा में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया है. दूसरे के बदले परीक्षा देने के एक मामले का खुलासा हुआ है. बीपीएससी की रिपोर्ट के बाद शिक्षा विभाग ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
शिक्षा विभाग ने बीपीएसएसी से मांगी थी रिपोर्ट
बिहार लोक सेवा आयोग के परीक्षा नियंत्रक ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखा. 14 अक्टूबर को लिखे पत्र में अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा में फर्जीवनी के संबंध में जानकारी दी गई है. जिसमें कहा गया है चंद्रशेखर पंडित ने आवेदन दिया था. जिसमें रविकांत कुमार द्वारा tre-1, tre-2 एवं टीआरई-3 में फर्जीवाड़े के बारे में जानकारी दी गई थी. आरोप था कि दूसरे के स्थान पर परीक्षा दिया गया. टीआई-2 में रविकांत कुमार ने स्वयं परीक्षा दिया तथा टीआई-1 में मुकेश कुमार रवि के स्थान पर परीक्षा में शामिल हुआ. बीपीएससी ने आगे कहा है कि अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा में बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के लिए आयोग से चयनित एजेंसी ने पुष्टि की है कि मुकेश कुमार रवि तथा रविकांत कुमार दोनों एक ही व्यक्ति हैं. साथ ही 9 जनवरी 2024 को टीआई-1 के काउंसलिंग के दौरान बायोमेट्रिक डाटा में विसंगति का भी उल्लेख किया गया है. ऐसे में शिक्षा विभाग नियमानुकूल कार्रवाई करे.
अब रविकांत कुमार पर भी होगी कार्रवाई
बीपीएससी की रिपोर्ट के बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के आदेश पर आज बुधवार को निदेशक प्रशासन ने वैशाली के जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है. जिसमें कहा गया है की अध्यापक प्रतियोगिता परीक्षा में बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन के लिए आयोग से चयनित एजेंसी द्वारा पुष्टि की गई है कि, मुकेश कुमार रवि तथा रविकांत कुमार दोनों एक ही व्यक्ति हैं . मुकेश कुमार रवि अध्यापक उत्क्रमित मध्य विद्यालय नयागांव उत्तरी, प्रखंड सहदेव बुजुर्ग के खिलाफ फर्जीवाड़े का केस देसरी थाने में दर्ज है. केस संख्या 26... 2024. ऐसे में दूसरे शिक्षक रविकांत कुमार नियोजित शिक्षक माध्यमिक शिवनंदन गया हाई स्कूल बाकरपुर, प्रखंड राजापाकड़ पर मुकेश कुमार रवि के स्थान पर परीक्षा में सम्मिलित होने के आरोप में इनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई कर रिपोर्ट दें.
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