शिक्षकों ने विद्यार्थियों को क्या पढ़ाया और आगे क्या पढ़ाएंगे। अब इसे हर दिन डायरी में दर्ज करना होगा। सरकारी स्कूलों में यह नई व्यवस्था शुरू की गई है। अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि अगर हेडमास्टर अनुशंसा करके भेजते हैं तो अधिकारी उस पर कार्रवाई करेंगे। यही नहीं, अगर शिक्षक शैक्षणिक कार्य में रुचि नहीं लेते हैं या स्कूल में रहकर नेतागिरी करते हैं तो ऐसे मामले में भी जिलाबदर भी हो सकते हैं। अपर सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर अधिकारियों को इसको लेकर निर्देश दिया है। अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने इसको लेकर निर्देश जारी किया
है। शिक्षकों पर कार्रवाई करने के लिए अब हेडमास्टरों को भी शक्ति दे दी गई है। हेडमास्टर की अनुशंसा पर अब शिक्षकों का पंचायत से लेकर प्रखंड तक बदल सकता है। यह व्यवस्था बीपीएससी, सक्षमता और नियमित शिक्षकों पर लागू होगी। नियोजित शिक्षक अभी भी इससे बाहर होंगे। शिक्षक प्रतिदिन अपनी ली हुई कक्षाओं का विवरण देंगे। इसमें उन्हें देना होगा कि आज किस कक्षा में कौन सा विषय और कौन सा पाठ पढ़ाया। इसके लिए हर दिन छुट्टी से पहले उन्हें डायरी में यह भी दर्ज करना होगा कि अगले दिन वे बच्चों को क्या पढ़ाएंगे।
एचएम हर दिन इस डायरी को सत्यापित करेंगे। बीईओ और दूसरे स्तर पर डीपीओ मॉनिटरिंग करेंगे।
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