पटना जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले कुछ शिक्षक फ्लाई जीपीएस एप के माध्यम से बिना स्कूल गए ही ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। शिक्षकों द्वारा फर्जी उपस्थिति बनाने की शिकायत जिला शिक्षा कार्यालय के ऑनलाइन शिकायत कोषांग को मिली है। जिले के विभिन्न प्रखंडों में करीब दो हजार शिक्षक बिना स्कूल गए ही फ्लाई जीपीएस एप के माध्यम से लोकेशन में छेड़-छाड़ कर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। एक्सपर्ट के अनुसार फ्लाई जीपीएस एप एक ऐसा एप्लीकेशन है, जो विभाग को जीपीएस को गुमराह करता है और उसे आपकी अवस्थिति के बारे में ऐसा स्थान बताता है, जहां आप वास्तव में नहीं हैं। इसी प्रकार आप अपने डिवाइस को यह भी जता सकते हैं कि आप गतिशील हैं।
बता दें की ई-शिक्षा कोष पर ऑनलाइन उपस्थिति बनाना अनिवार्य कर दिया गया है, लेकिन जिले के विभिन्न प्रखंडों में शिक्षक फ्लाई जीपीएस एप के माध्यम से स्कूल लोकेशन सेट कर रहे हैं। इसके बाद ई-शिक्षा कोष पर ऑनलाइन उपस्थिति बनाते समय स्कूल की लैटिट्यूड और लॉन्गिट्यूड सटीक दिखा रही है। जीपीएस लोकेशन के साथ छेड़-छाड़ कर शिक्षक बिना स्कूल गए ही मार्क इन और मार्क आउट कर दे रहे हैं। फर्जी ऑनलाइन उपस्थिति पर रोक लगाने के कई शिक्षकों को स्कूल आने और जाने के समय स्कूल कैंपस में नोट कैम के माध्यम से फोटो खींच कर एक्चुअल टाइम में जिला शिक्षा कार्यालय को भेजने का भी निर्देश दिया गया है।
जिले में सबसे अधिक दानापुर और बिहटा से आ रही शिकायतः पटना जिले में सबसे अधिक दानापुर और बिहटा के शिक्षकों द्वारा फर्जी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने की शिकायत मिल रही है। इन दोनों प्रखंडों में से 150 से अधिक शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन उपस्थिति में गड़बड़ी की शिकायत मिली है। कई शिक्षक बिना स्कूल आए ही मार्क इन और मार्क आउट कर रहे हैं तो कई शिक्षक स्कूल से उपस्थिति बना कर ही चले जा रहे हैं। जिस प्रखंड से शिकायत मिली है वहां के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को संबंधित शिक्षकों से स्पष्टिकरण मांगने का निर्देश दिया गया है।
जिन प्रखंड के शिक्षकों की शिकायत मिली है वहां के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके साथ ही दोषी पाये जाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई का भी निर्देश दिया गया है। -जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार
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