शिक्षा की बात हर शनिवार कार्यक्रम (शिक्षक संवाद) के दौरान शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने कहा कि कोई भी सरकारी शिक्षक निजी कोचिंग में नहीं पढ़ा सकते है. ऐसे शिक्षकों के चिह्नित होने पर नियमानुसार कार्रवाई भी होगी. वहीं, अगर कोई बच्चा सरकारी स्कूल में नामांकित है, तो वह स्कूल के समय में कोचिंग में पढ़ाई नहीं कर सकता है. स्कूल की अवधि के बाद कोचिंग जाने पर कोई रोक नहीं है. इसकी विधिवत औचक निरीक्षण की व्यवस्था है. डॉ सिद्धार्थ ने कहा कि स्मार्ट क्लास किस किस स्कूल में है. इसको लेकर सर्वे हो रहा है. जहां जहां भवन बन गये हैं, स्मार्ट क्लास के कमरे बन गये हैं, वहां स्मार्ट क्लास शुरू हो जायेगा.
मिडिल और हाइस्कूल में प्राथमिकता के आधार पर शुरुआत होगी. अगले माह से रिपोर्ट आने के बाद स्मार्ट क्लास शुरू कर बच्चों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ा जायेगा. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि वर्तमान समय में लगभग स्कूलों का अपना भवन तैयार हो रहा है. इससे स्मार्ट क्लास शुरू करने में सहूलियत होगी. साथ ही, स्कूलों में हर शनिवार को एनसीसी, एनएसएस और स्काउट गाइड का कार्यक्रम शुरू हो सके, इसके
लिए विभाग के स्तर पर सर्वे शुरू होगा.
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