बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से प्रधान शिक्षक व प्रधानाध्यापक पद के लिए पिछले दिनों आयोजित परीक्षा का परिणाम गत शुक्रवार को प्रकाशित कर दिया गया। जिले के सफल शिक्षकों की नवंबर के अंतिम सप्ताह से काउंसिलिंग होगी। इसके बाद इनकी पोस्टिंग की जाएगी। इनकी पोस्टिंग होने के बाद जिले के सैकड़ों स्कूलों में सहायक शिक्षकों के पद खाली हो जाएंगे।
जिले के सैकड़ों प्राथमिक विद्यालय वर्षों से प्रभारी प्रधानाध्यापक के सहारे चल रहे हैं। अब इन स्कूलों में प्रधान शिक्षक का पदस्थापन होना तय हो गया है। हाई स्कूलों में हेडमास्टर के सैकड़ों पदों की स्वीकृति के बाद भी अब तक प्रधानाध्यापकों के पदस्थापन की स्थिति अद्यतन नहीं हो सकी है। जिले में 1700 प्रारंभिक व
तकरीबन विभिन्न कोटि के उच्च विद्यालय हैं। इसमें से अलग-अलग प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में प्रधानाध्यापकों के पदस्थापन की कार्यवाही वर्षों से हो रही है, लेकिन अब तक पूरी तरह पूर्ण नहीं हो सकी है। दूसरी ओर सफल शिक्षकों की काउंसिलिंग के बाद जिले के सरकारी प्रारंभिक स्कूलों में भी सरकार की ओर से शिक्षकों के पदस्थापन को लेकर कार्यवाही चल रही है। डीईओ राजकुमार शर्मा ने कहा कि विभाग का प्रयास है कि पदस्थापित शिक्षकों को किसी भी तरह की कठिनाई नहीं हो। इसको लेकर पोर्टल बनाने की तैयारी सरकार की ओर से की जा रही है। पोर्टल बनाने के बाद पदस्थापन के लिए आवेदन लिए जाएंगे। फिर आगे की कार्यवाही चलती रहेगी। जिला शिक्षा अधिकारी समर बहादुर सिंह ने बताया
कि विभाग से जैसा गाइडलाइन प्राप्त होगा। इस
दिशा में कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
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