अरे भाई बच्चे कहां हैं.. वे दिख नहीं रहे, हड़बड़ाये क्यों हो ?
एसीएस डॉ एस सिद्धार्थ ने वीडियो कॉलिंग के जरिये स्कूलों का लाइव हाल-चाल जाना
"अरे भाई बच्चे कहा हैं. वह दिख नहीं रहे, बच्चे दिखाओ. अरे भाई कैमरा उलटा करके दिखाओ. बच्चे कहां मध्याह्न भोजन कर रह हैं? आप हड़बड़ाये हुए क्यों हैं? दूसरी तरफ से सिर्फ बच्चों के शोर की आवाज आ रही है. आखिर मास्टर साब ये चल क्या रहा है?" यह बातें वीडियो कॉलिंग के जरिये शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ की हैं, जो हरिपुर सुपौल के सरकारी मिडिल स्कूल के एक शिक्षक से गुरुवार को सवाल के रूप में पूछ रहे थे.
स्कूलों में मिलीं खामियां
दरअसल, अपर मुख्य सचिव डॉ सिद्धार्थ ने गुरुवार से वीडियो कॉल के जरिये स्कूलों में लाइव स्ट्राइक की. पहले तो पूरे प्रदेश में स्कूलों में सूचना भेजी गयी कि एसीएस खुद प्रत्येक कार्य दिवस में किसी भी 10 स्कूलों में वीडियो कॉलिंग करके स्कूलों की स्थिति जानेंगे. गुरुवार को स्कूलों में की गयी वीडियो कॉलिंग में उन्हें जबरदस्त खामियां मिलीं. एसीएस की तरफ से तकनीक के जरिये स्कूल निरीक्षण के अभिनव प्रयोग चर्चा में है, जिसे सराहा भी जा रहा है.
हरिपुर के शिक्षक से जब पूछा कि स्कूल का हेडमास्टर अनिल कुमार झा कहां हैं? तो उस शिक्षक ने कहा कि सर्वशिक्षा अभियान के बारे में बैंक गये हैं. फिर एसीएस ने पूछा मिड डे मील हो गया क्या? वह बोला, चल रहा है. फिर पूछा कि दिखाओ कहां चल रहा है? शिक्षक कैमरे को इधर उधर किये हुए थे. शिक्षक यह नहीं बता पाया कि बच्चे कहां खा रहे हैं. दरअसल बच्चे इधर-उधर बैठे हुए थे. अंत एसीएस ने निराश होकर कहा कि मास्टर साब आखिर ये चल क्या रहा है
मिड डे मील दिखाइये...
इसी तरह कैमूर रामगढ़ स्थित दरवान स्कूल में एसीएस सिद्धार्थ ने एक शिक्षक से पूछा कि मिड डे मील दिखाइये. जवाब मिला कि बच्चे खा रहे हैं. एसीएस बोले दिखाइए? शिक्षक से पूछा कहां हो. बाहर कहां घूम रहे हो? बोले सर गेट पर थे, देख रहे थे कि बच्चे बाहर न निकल जाये. फिर पूछा कि जो बच्चे खा रहे हैं, उन्हें कैमरे के सामने लाइए. इसी तरह समसा पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के बिथहा एवं अन्य अन्य कई स्कूलों के शिक्षकों, प्रधान शिक्षकों एवं बच्चों से बात की, कहीं क्लास नहीं मिली तो कहीं स्कूल का इन्फ्रा खराब था. बहुत कम बच्चे स्कूल यूनिफार्म पहने दिखे.
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