जासं, सिवान शिक्षा विभाग के राज्य मुख्यालय के निर्देश पर जिले के प्राथमिक, मध्य, उच्च एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की तीन महीने तक नियमित जांच की जाएगी। इसके लिए विभागीय अधिकारियों ने रोस्टर तैयार किया है। रोस्टर में अधिकारियों के नाम और जिन विद्यालयों की जांच करनी है, वह अंकित किए गए हैं। इसी रोस्टर के आधार पर अधिकारी नियमित रूप से जांच करेंगे। अधिकारियों को सप्ताह में तीन दिन या सप्ताह में कम से कम एक बार विद्यालयों की जांच करने की बात कही गई है। विभागीय अधिकारियों ने अपने पत्र में लिखा है कि जांच का उद्देश्य विद्यालय संचालन की स्थिति को ठीक करने का प्रयास करना है। जांच का मुख्य उद्देश्य यह है कि विद्यालय में छात्र और शिक्षक समय से आएं। विद्यालय समय से खुले और विद्यालयों में सभी संसाधन उपलब्ध हो। इसी दिशा में विभाग के निर्देश पर जांच होगी। विभाग की ओर से जांच में जाने वाले पदाधिकारी को एक प्रपत्र दिया गया है, इसमें विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था के साथ-साथ अन्य व्यवस्थाओं के भी कालम बने हैं। इसी प्रपत्र में भरकर वह अपनी जांच रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को सौंपेंगे।
ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर होगी जांच रिपोर्ट अपलोड विद्यालयों के निरीक्षण में लगाए गए अधिकारी अपनी रिपोर्ट को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को सौंपेंगे। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने हस्ताक्षर से उस रिपोर्ट को ई शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड करेंगे, ताकि इसकी जानकारी मुख्यालय को
मिल सके। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि सभी निरीक्षण पदाधिकारी को इसकी जानकारी दे दी गई है। विद्यालयों में छात्रों के पठन-पाठन के लिए बेंच, डेस्क, पंखा आदि की जांच होगी। विद्यालय में वर्ग कक्ष की उपलब्धता, वर्ग कक्ष के निर्माण की स्थिति, विद्यालय भवन, शौचालय, पुस्तकालय, भंडार, कार्यालय, आईसीटी लैब, प्रयोगशाला के कमरे, भवन की स्थिति की जांच करनी है। आईसीटी लैब में लगाए गए कंप्यूटर, लैपटाप, प्रिंटर आदि की स्थिति की जानकारी लेनी है। पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों की संख्या और उनकी स्थिति की की जानकारी ज विभागीय अधिकारियों को देनी है।
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