पटना। तीसरे चरण के शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में सफल होने पर भी कई शिक्षक
अभ्यर्थी नौकरी से वंचित हो सकते हैं।कारण है कि आवेदन करते समय उन्होंने प्रमाण पत्र डालने में गड़बड़ी कर दी है।
अब अभ्यर्थी सफलता के बाद भी परेशान हैं। कई अभ्यर्थियों ने प्रोविजनल सर्टिफिकेट, कुछ अभ्यर्थियों ने जाति प्रमाण पत्र तो किसी ने गलत अंक प्रमाण पत्र अपलोड कर दिया है। किसी ने एसटीईटी की जगह सीटेट का प्रमाण पत्र अपलोड किया है। इस तरह की समस्या वाले अभ्यर्थियों की संख्या सैकड़ों में हैं। अब ऐसे अभ्यर्थी शिक्षा विभाग से लेकर बीपीएससी कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। वे संबंधित अधिकारियों से दो से तीन दिन के लिए पोर्टल खोलने की मांग कर रहे हैं, ताकि काउंसिलिंग शुरू होने के पहले अभ्यर्थी अपना सही प्रमाण पत्र अपलोड कर सके। काउंसिलिंग के बाद बीपीएससी
के वाटर मार्क्स लगे प्रमाण पत्र को ही सही माना जाएगा। जिनपर वाटर मार्क्स नहीं होगा, उस प्रमाण-पत्र को सही करार नहीं दिया जाएगा। तीसरे चरण में सफलता प्राप्त करने वाली अभ्यर्थियों में शामिल श्वेता कुमारी ने अंग्रेजी विषय में सफलता प्राप्त की है। इसने प्रोविजनल सर्टिफकेट गलत डाल दिया है। अब सुधार के लिए परेशान है। शिक्षा विभाग से एकबार पुनः पोर्टल खोलने के लिए गुहार लगा रही है। वहीं नवाज शरीफ ने ईडल्यूएस का पुराना प्रमाण- पत्र अपलोड कर दिया है। नया प्रमाण पत्र नहीं अपलोड कर सके हैं। इसी तरह से अमित कुमार ने अंक प्रमाण पत्र गलत अपलोड कर दिया है।
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