अलीगंज, निज संवाददाता। सरकार द्वारा चार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है, शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालय के संचालन को सुचारू रूप से चलाने के लिए तमाम तरह की कोशिश की जा रही, प्रत्येक दिन विद्यालय का निरीक्षण किया जा रहा है उसके बावजूद कुछ विद्यालय प्रभारी शिक्षक सरकार के दिशा निर्देश को ठेंगा दिखाकर विभाग को हर रोज हजारों का चूना लगा रहे हैं।
ताजा मामला जमुई-नवादा- शेखपुरा जिले की सीमा पर स्थित अलीगंज प्रखण्ड के उर्दू मध्य विद्यालय कैथा का है, जहा मध्याह्न भोजन नहीं बनने के बावजूद, झूठा रिपोर्ट दी जा रही है। विद्यालय प्रभारी की ओर से 6-8 वर्ग में बच्चे की उपस्थिति कम रहने के बाबजूद छात्रों की उपस्थिति का रिपोर्ट अधिक भेजी जा रही है, जिससे सरकार को हर रोज विद्यालय प्रभारी द्वारा हजारों का चूना लगाया जा रहा है।
ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि विद्दालय में विभाग द्वारा गैस सिलेंडर तथा चूल्हा सभी दिया गया है, उसके बाबजूद लकड़ी पर खाना बन रहा है, जिससे बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। विद्यालय में मीनू के अनुसार कभी भोजन नही बनाया जाता है, अंडा या मौसमी फल बच्चे को कभी दिया ही नही गया है जबकि सरकार द्वारा एक बच्चा पर प्रति महीना में सैकड़ों की राशि भेजी जाती है।
विद्यालय विकास की राशि को खर्च किये बैगर पूर्व भी निकासी कर ली इसकी कई बार पदाधिकारी से शिकायत की गई लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस ओर जांच की सख्त जरूरत है। इस सम्बंध में प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि यदि ऐसी बात है तो जांच की जाएगी यदि बात सत्य है तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
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