विशिष्ट शिक्षकों का प्राण जेनरेट होने के बाद ही हो सकेगा वेतन का भुगतान

विशिष्ट शिक्षकों का प्राण जेनरेट होने के बाद ही हो सकेगा वेतन का भुगतान

 समस्तीपुर. जिला शिक्षा विभाग का स्थापना संभाग द्वारा प्राण संख्या जेनरेट संबंधी निर्देश नहीं दिये जाने से विशिष्ट शिक्षक परेशान हैं. इससे उन्हें जनवरी माह का वेतन भुगतान पर संकट दिखाई देने लगा है. बताते चलें कि जिला में प्रारंभिक से लेकर उच्च माध्यमिक संवर्ग के करीब नौ हजार स्थानीय निकाय के शिक्षक सक्षमता उत्तीर्णता के बाद विशिष्ट शिक्षक बने हैं. स्थानीय निकाय शिक्षक के तौर पर विभाग द्वारा वेतन का भुगतान ग्रांट इन ऐड हेड से हो रहा था. लेकिन, विशिष्ट शिक्षक बनने पर वेतन का भुगतान सरकार के स्थापना हेड से किया जाना है, जिसके लिए एनपीएस के तहत प्राण संख्या का जेनरेट होना आवश्यक होता है. उसके उपरांत ही एचआरएमएस फॉर्म तैयार होगा तदुपरांत वेतन भुगतान देय है. ऐसे विशिष्ट शिक्षकों को डीपीओ स्थापना द्वारा प्राण के लिए निर्देश नहीं दिये जाने से माह जनवरी के वेतन भुगतान समय पर नहीं होने की चिंता सताने लगी है. विशिष्ट शिक्षकों प्राण जेनरेट होने से कोषागार



रिजेक्ट कर दिया जायेगा. सूत्रों की माने तो जिला के करीब 200 से अधिक विशिष्ट शिक्षकों ने प्राण जेनरेट के लिए ऑनलाइन कर दिया है. अब देखना है कि कोषागार इस पर क्या करता है. जानकारों की माने तो डीपीओ स्थापना कार्यालय को इस पर जल्द से जल्द विभाग से मार्गदर्शन लेकर प्राण जेनरेशन के लिए निर्देश दे दिया जाना चाहिए. ऐसे में शिक्षक को तत्कालीन अपर मुख्य सचिव केके पाठक की याद आ रही है, जिनके कार्यकाल में बीपीएससी से नियुक्त विद्यालय अध्यापकों को त्वरित गति से प्रक्रिया पूरी कर योगदान माह में ही भुगतान कर दिया गया था. इधर, बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रमण्डल उपाध्यक्ष रणजीत कुमार, मनोज कुमार मंगलम, डॉ ललित कुमार घोष, कुमार शुभम, जितेंद्र सिन्हा, मो. हुसैन आजाद, सफीउल्लाह मसीह, गौतम बिहारी, वीरेंद्र यादव, रविन्द्र कुमार सुमन, जयपाल यादव, नदीम खान सहित दर्जनों शिक्षकों ने वरीय अधिकारियों से पहल कर जनवरी माह का भुगतान समय पर होने की दिशा में


का कहना है कि डीपीओ स्थापना द्वारा मौखिक रूप से कहा गया है कि अभी द्वार ब्राण जेनरेशन और एचआरएमएस प्रक्रिया पूरा कराने की कार्रवाई करने की मांग की है.

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