सुपारी लेकर दो शूटरों ने की थी शिक्षक की हत्या
सहरसा, नगर संवाददाता । सहरसा पुलिस ने हर साम दाम दंड भेद अपनाकर सक्रिय पुलिसिंग के तहत बिहरा थाना क्षेत्र अंतर्गत हुए शिक्षक राजकुमार पासवान हत्याकांड का उद्भेदन करते हुए चार अपराधकर्मी को गिरफ्तार किया। जबकि पुलिस दबिश के कारण एक अभियुक्त ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया गया। घटना में नामजद अभियुक्त सहित अन्य की गिरफ्तारी के लिए एसपी के निर्देश पर गठित टीम द्वारा सहरसा के अलावा राजधानी पटना सहित अररिया, मधेपुरा, सुपौल आदि कई जिलों में छापेमारी किया।
घटना में शामिल अभियुक्तों और साजिशकर्ता की गिरफ्तारी के लिए अभी भी पुलिस की छापेमारी जारी है। पुलिस ने हत्या का मुख्य कारण रिश्तेदार से जमीन विवाद और आपसी रंजिश बताया है। घटना के संबंध में बताया जाता की शिक्षक की हत्या सुपारी देकर करायी गई है। जिसमें कई स्तरों पर सुपारी दिया गया है। पुलिस ने हत्याकांड में जिन दो शूटरों को गिरफ्तार किया है। थी। हथियार उपलब्ध कराया गया था। दोनों शूटरों ने एक गोली सीने और एक गोली कमर में मारी थी। हत्याकांड के बाद दोनों शूटरों ने हत्या मे इस्तेमाल हथियार वापस लौटा दिया।
रविवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि 22 मार्च को बिहरा थाना क्षेत्र अंतर्गत बेला बगरौली के समीप बेला वार्ड दस निवासी राजकुमार पासवान की अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
एसपी ने किया निरीक्षण : घटना की गभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ तत्क्षण घटनास्थल पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। मृतक के पिता द्वारा दिये गये आवेदन के आधार पर बिहरा थाना कांड संख्या-69/25 दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभकिया गया। कांड के त्वरित उद्भेदन एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एसपी के निर्देशानुसार सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया। एफएसएल द्वारा घटनास्थल पर साक्ष्य संकलन किया गया। गठित टीम द्वारा तकनीकी एवं मानवीय आसूचना के आधार पर हत्या करने वाले शुटर नवहट्टा थाना क्षेत्र के मोहनपुर निवासी दानीश खान, बिहरा थाना क्षेत्र के पटोरी निवासी सिवी कुमार को गिरफ्तार किया गया।
फिल्मी तरीके से गिरफ्तार : जानकारी के अनुसार हत्या के बाद से हीं पुलिस उद्भेदन और गिरफ्तारी के लिए काफी मशक्कत कर रही थी। मोबाइल लोकेशन के आधार पर इलाके की घेराबंदी सहित अन्य तरीकों से सक्रिय थी। वहीं एक गिरफ्तार अभियुक्त को सांझा देकर किसी मरीज के बहाने से सदर अस्पताल बुलाया गया। इस दौरान पुलिस टीम सादे लिबास में सदर अस्पताल के चारों और मुस्तैदी से खड़ी थी। जबकि सदर एसडीपीओ भी सिविल मे हीं बाइक से अपराधी की पीछा कर रहे थे। शूटर के अस्पताल पहुंचते हीं पुलिस टीम ने सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में घेराबंदी कर एक शूटर को धर दबोचा। जबकि एसपी हिमांशु आपरेशन की रात भर निगरानी करते रहे। शनिवार की देर रात अपराधी की अस्पताल से गिरफ्तार किया गया।
एक लाख रुपये की सुपारी : गिरफ्तार दोनों अपराधकर्मियों से पुलिस के द्वारा पुछ-ताछ करने पर अपनी संलिप्ता स्वीकार करते हुए बताया कि इन्हें इनके एक अन्य साथी के माध्यम से राजकुमार पासवान की हत्या करने के लिए एक लाख रूपये की सुपारी दी गयी थी। गिरफ्तार दोनों अपराधकर्मियों एवं इनके एक अन्य साथी द्वारा योजना बद्ध तरीके से राजकुमार पासवान की हत्या कर दी गयी। एसडीपीओ ने बताया कि कांड के प्राथमिकी अभियुक्त बिहरा थाना क्षेत्र के बेला बगरौली निवासी महादेव शर्मा, सिकेन्द्र उर्फ सिकेन्द्र शर्मा को 29 मार्च को न्यायिक हिरासत में भेजा गया। वहीं सचिदानन्द उर्फ सदानन्द पासवान ने पुलिस दबिश के कारण सरेंडर कर दिया । डीएसपी ने बताया जमीनी विवाद एवं आपसी रंजीश के कारण राजकुमार पासवान की हत्या करवाई गयी। घटना में शामिल अन्य फरार अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। घटना मे इस्तेमाल बाइक व एक मोबाइल फोन जब्त किया गया है। टीम में सदर एसडीपीओ आलोक आलोक कुमार, साइबर डीएसपी अजीत कुमार, बिहरा थानाध्यक्ष संतोष कुमार निराला, विजय पासवान, नवहट्टा थानाध्यक्ष ज्ञानरंजन कुमार, जिला आसूचना ईकाई के पदाधिकारी एवं कर्मी। सहित सदर थाना की पुअनि खुशबू कुमारी सहित अन्य शामिल थे।
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