नपेंगे फ़ज़ी दस्तावेज व गलत जानकारी के आधार पर ट्रांसफ़र लेने शिक्षक, जा सकती है नौकरी
पटना :
शिक्षा विभाग ने सोमवार को प्रदेश के दस हजार 225 शिक्षकों के ऐच्छिक स्थानांतरण हेतु दिए गए आवेदन पर विचार करते हुए ऐच्छिक जिलों में स्थानांतरण कर दिया है। वैचारिक अनुमोदन पर ट्रांसफ़र की सूची जारी की है, स्कूल आवंटन अभी बाकी है, एसीएस स्क्रूटनी टीम के सदस्यों को संदेहास्पद स्थिति में स्पष्टीकरण हेतु निर्देशित किया है। एसीएस डॉ एस सिद्धार्थ ने कहा कि फ़र्जी दस्तावेज या जानकारी देकर ट्रांसफ़र लेने वाले शिक्षक किसी भी स्थिति में बख्से नहीं जाएंगे, सत्यापन के बाद नौकरी से बर्खास्तगी के साथ साथ अनुशासनिक कार्रवाई भी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि विभाग ऐसे लोगों पर पूर्णतः सख्ती से निपट रहीं हैं, पूर्व में भी गोपालगंज, अररिया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा व किशनगंज आदि जिलों में फर्जी पाए गए शिक्षको पर
कार्रवाई की गयी है, विभाग अपने स्तर से। छानबीन में जुटी हुई है। एसीएस डॉ सिद्धार्थ ने कहा कि ट्रांसफर किए गए शिक्षको को आवश्यकता रूप से पोर्टल पर शपथ पत्र अपलोड करने का निर्देश दिया गया है, ताकि गड़बड़ी पाए जाने पर विभाग उनपर अनुशासनिक कार्रवाई कर सके। आगे उन्होंने
कहा कि निमित समयांतराल में शपथ पत्र अपलोड नहीं करने वाले शिक्षकों का ट्रांसफ़र नहीं किया जाएगा।
एसीएस ने शिक्षा विभाग के सचिव अजय यादव समेत स्क्रूटनी टीम के सदस्यों को इसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया है।
संदेहास्पद स्थिति में सम्बन्धित शिक्षकों को देना होगा स्पष्टीकरण, बोर्ड करेगा जांच सचिव
शिक्षा विभाग के सचिव अजय यादव ने कहा कि शिक्षकों के द्वारा शपथ पत्र अपलोड करने के पाश्चात्य संदेहास्पद स्थिति में शिक्षको द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों व उनकी बीमारी तथा दिव्यांगता की भौतिक जांच भी करायी जायेगी विभाग ने पत्र जारी कर स्क्रूटनी टीम के सदस्यों व जांच बोर्ड सदस्यों से समय निकाल कर जांच हेतु तैयार रहने का निर्देश दिया है। गड़बड़ी या शिकायत पाए जाने पर विभाग कार्रवाई की पूरी तैयारी में है, पूर्णतः पारदर्शिता के साथ निस्पक्ष रूप से ट्रांसफर की कार्रवाई पूरी करना विभाग की जिम्मेदारी है ।
Post a Comment