बिहार में मौसम ने खतरनाक करवट ले ली है. रविवार से तेज हवा, बारिश, ओलावृष्टि और ठनका (वज्रपात) की घटनाओं का सिलसिला शुरू हो गया है. 28 अप्रैल को यह और विकराल हो सकता है. हालात को देखते देखते हुए हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने इस सीजन का अब तक का सबसे बड़ा हाई अलर्ट जारी कर दिया है. राज्य के 26 जिलों में रेड अलर्ट और दो जिलों (पूर्णिया और सहरसा) में येलो अलर्ट घोषित किया गया है. प्रशासन और आम लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की गयी है. आपदा प्रबंधन विभाग ने चेतावनी दी है कि इन इलाकों में तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और ठनका गिरने की आशंका है. किसी भी आपदा की स्थिति में विभाग के हेल्पलाइन नंबर 0612-22942 या टोल फ्री नंबर 1077 पर तत्काल संपर्क करने को कहा गया है. इधर, पटना जिले के फतुहा में ठनका गिरने से 32 साल के एक युवक की मौत हो गयी. वहीं, एक बच्ची घायल हो गयी.
इन जिलों में रेड अलर्ट
कैमूर, रोहतास, मधुबनी, बांका, जमुई, गया, भोजपुर, पटना, जहानाबाद, नालंदा, अरवल, औरंगाबाद, बक्सर, गोपालगंज, खगड़िया, लखीसराय, मुजफ्फरपुर, नवादा, समस्तीपुर, शेखपुरा, सिवान, वैशाली, सारण और पश्चिमी चंपारण.
भारी बारिश की चेतावनी इन जिलों के लिए
मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जतायी गयी है.
बिगड़े मौसम की बड़ी वजह
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी आशीष कुमार ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में उच्च दबाव का केंद्र बदलने से हालात बिगड़े हैं. अब वहां से भारी मात्रा में नमी बिहार की तरफ आ रही है. साथ ही बिहार से गुजर रही ट्रफ लाइन ने भी अस्थिरता बढ़ा दी है. इसके कारण बारिश, तेज हवा और ठनका जैसी घटनाओं में तेजी आ सकती है.
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